बुधवार, 22 अक्टूबर 2025 – गुजराती नववर्ष / बेस्टु वरस
दिवाली के बाद का पहला कार्यदिवस अलग सा महसूस होता है।
अहमदाबाद धीरे-धीरे जाग रहा है – सड़कों पर अब भी अगरबत्ती और मिठाइयों की खुशबू है।
आन्या पटेलामिया के लिए यह बुधवार सिर्फ एक नई स्प्रिंट-वीक की शुरुआत से कहीं बढ़कर है:
यह बेस्टु वरस है, गुजराती नववर्ष, और इसी के साथ एक नया आरंभ – व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों रूप में।
🌿 संकेतों से भरी एक सुबह
सूरज की किरणें घर के सामने बने ताजे रंगोली पर पड़ती हैं।
आन्या एक छोटी दीया जलाती है, स्लैक खोलती है – और चैनल #team-bestforming में सबसे ऊपर एक संदेश पाती है।
प्रेषक: Dr. AuDHS, प्रोडक्ट ओनर, प्रोजेक्ट बेस्टफॉर्मिंग।
Dr. AuDHS (PO)
विषय: साल मुबारक, टीम! 💫
प्रिय आन्या, प्रिय सहयोगीगण अहमदाबाद में,
बेस्टु वरस के अवसर पर मैं – पूरे बेस्टफॉर्मिंग टीम की ओर से – आपको नए साल के लिए शुभ (गुड) और लाभ (मूल्य) की कामना करता हूँ।
आपके विचार उतने ही स्पष्ट हों जितना दीयों का प्रकाश,
आपका कोड उतना ही स्थिर हो जितना हमारे ग्राहकों का विश्वास
और आपके रिलीज़ उतने ही आनंदमय हों जितनी आपकी परिवार की हँसी कल रात थी।
आन्या के लिए व्यक्तिगत रूप से:
आपके फोकस, मूल बातों पर नजर
और हर समीक्षा में जो गर्मजोशी आप लाती हैं, उसके लिए धन्यवाद।
सभी के लिए:
2082 वि.सं. आपको बढ़ने दे – कौशल, जुड़ाव और अर्थ में।
हैप्पी न्यू ईयर – साल मुबारक!
सादर,
Dr. AuDHS
प्रोडक्ट ओनर, बेस्टफॉर्मिंग
✨ आन्या का पल
आन्या संदेश को दो बार पढ़ती है।
एक मुस्कान फैल जाती है – कहीं गर्व और कहीं खामोशी के बीच।
वह एक साधारण इमोजी से प्रतिक्रिया देती है: 🪔
फिर वह रिपॉजिटरी खोलती है – जैसा कि चोपड़ा पूजन की परंपरा है।
कमीट करने के लिए नहीं, बल्कि शुरू करने के लिए।
नया साल, नई रोडमैप, वही दृष्टि: दिल से असर।
दोपहर में टीम वर्चुअली मिलती है।
कोई स्प्रिंट-प्लानिंग नहीं, कोई बैकलॉग-रिफाइनमेंट नहीं – सिर्फ शुभकामनाएँ, रोशनी, आभार।
और जब बाहर आखिरी दीये बुझ जाते हैं, आन्या जानती है:
असल रोशनी तो रहती है – लोगों में, कोड में और छोटी-छोटी पहलों में, टाइमज़ोन के पार।
🕊️ निष्कर्ष
इस तरह एक त्योहार समाप्त होता है, जो गुजरात में परंपरा और तकनीक के बीच जीता है।
आन्या और बेस्टफॉर्मिंग टीम के लिए बेस्टु वरस सिर्फ एक नववर्ष नहीं है,
बल्कि एक वादा है:
जुड़ाव, स्पष्टता और विश्वास – हर कमीट में, हर बातचीत में, हर नए आरंभ में।